सुविचार - THOUGHT (188)
तो हमारी संभावनाएँ अपरिमित हो जाती हैं।” - जेमी पाओलिनेट (Limitations live only in our minds. But if we
use our imagination, our possibilities become limitless. - Jamie Paolinet)
हमरी
भाखा में- सीमा खाली हमनी जान की सोच में होला। अगर हमनी
जान अपनी कल्पना सक्ति के उपयोग कइल जाव त हमनी जान के संभावना असीम हो जाला।
जय-जय बोलीं....सकारात्मक सोचीं, सकारात्मक करीं....जय-जय होई।
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