सुविचार - THOUGHT (88)

मुझे ऐसे मित्र की आवश्यकता नहीं जो मेरे साथ-साथ बदले और मेरी हाँ में हाँ भरेऐसा तो मेरी परछाईं कहीं बेहतर कर लेती है।” – प्लूटार्क
“I don't need a friend who changes when I change and who nods when I nod; my shadow does that much better.” – Plutarch


हमरी भाखा में-


हमके एइसन संघतिया ना चाहीं, जवन हमरी हं में हं मिलावे...एइसन काम त हमार परछाईं खूब नीमन से क ले ले.....जय-जय


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सुविचार - THOUGHT (209)

सुविचार - THOUGHT (211)

सुविचार - THOUGHT (204)