सुविचार - THOUGHT (30)

हे ईश्वर, मुझे उन बातों को स्वीकार करने के लिए धैर्य प्रदान करो जिन्हें मैं बदल नहीं सकता; जिन चीजों को मैं बदल सकता हूँ उनको बदलने के लिए साहस दो; तथा साथ ही इन दोनों में अंतर करने के लिए बुद्धि प्रदान करो डा. रीनहोल्ड नीबुहर

“God, grant me the serenity to accept things that I cannot change; The courage to change the things I can; And the wisdom to know the difference.” Dr. Reinhold Niebuhr

हमरी भाखा में- हे भगवान, हमके ओ बातन के सवीकार करे के धीरज द जवने के हम बदल ना सकेनी; जवने चीजन के बदल सकेनी ओके बदले के साहस द; अउर एतने ना, ए दुनु में अंतर करे के बुधि द...जय-जय

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